कृष्णपुरी धर्मशाला { मेरठ}

रविवार, 19 जनवरी 2014

"मेष एवं वृश्चिक लग्न की कुंडली में "कालसर्प दोष "का विचार जानें ?"

"मेष एवं वृश्चिक लग्न की कुंडली में "कालसर्प दोष "का विचार जानें ?"
-मेष एवं वृश्चिक लग्न की कुंडली में यदि "कालसर्प दोष "बनता हो तो -उस जातक को न तो नौकरी में संतुष्टि मिलती है और  न व्यापार में सफलता मिलती है ।नौकरी और व्यापार की अवधि में भारी से भारी उतार -चढाव देखना पड़ता है ।उत्तरोत्तर संघर्षों के कारण इनका आत्मविश्वास प्रबल नहीं बन पाता और दिल में यह विस्वास भी नहीं जम पाता कि "अब असंतोष और बेचैनी बढ़ाने वाले कई कारण स्वयं ही उत्पन्न होते रहते हैं ,जो कि थोड़े -थोड़े समय पर कभी आशान्वित करते रहते हैं ,तो कभी निराश कर देते हैं ।
------अगर आपकी कुंडली में मेष या वृश्चिक लग्न के साथ -साथ "कालसर्प दोष "हो तो फलित यथावत होगा }
-------भवदीय  ज्योतिष सेवा सदन {पंडित कन्हैयालाल "झा शास्त्री  एवं लक्ष्मी झा "मेरठ उत्तर प्रदेश }
 

1 टिप्पणी:

  1. maine kaal sarp ki puja nasik me kara li hai aur bhi kai puja paath kar liye. lekin koi faida nahi.mool ki puja bhi kara li lekin koi faiyda nahi hota . shayad in cheezo me kuch nahi rakha hai

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